हौंसला रखना...(कविता)
ये जिंदगी बड़ी ही हसीं
है,
इसे जीने का हौंसला रखना
माना इस राह में हैं काँटें अनेक
फिर भी खुशबू फैलाने का
हौंसला रखना...
बड़ी संगीन है ये दुनिया, तुम्हें हँसने नहीं देगी
फिर भी, एे दोस्त, मुस्कुराने का हौंसला रखना...
कदम कदम पर दिल तोड्तें हैं ये
लोग
तुम अपना दिल मज़बूत बनाने का
हौंसला रखना...
ये जिंदगी ग़मों का सागर भी है
तुम आंसुओं में भी
मुस्कुराने का हौंसला रखना...
जिंदगी में दुनिया, तुम्हें उड़ान भरने
नहीं देगी,
पर तुम, ऐ इंसान, अवसर के असीमित आकाश
में,
उड़ने का हौंसला
रखना...
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मोना पाल “वैष्णवी”
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मोना पाल “वैष्णवी”
(असि.लाइब्रेरियन
पंजाब यूनिवर्सिटी)
चंडीगढ़
ईमेल- monapall.chd@gmail.com
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